पटना, ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर पटना के विभिन्न पूजा पंडालों में भगवान चित्रगुप्त का दर्शन किया एवं लोगों से मिलकर उन्हें शुभकामनायें दीं।
इस अवसर पर श्री प्रसाद ने भगवान चित्रगुप्त के बारह पुत्रों की संतानों की एकजूटता ,मानव कल्याण एवं राजनीतिक ,आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के उद्देश्य पूर्ति हेतु संगठित होने का आह्वान किया।इस अवसर पर श्री प्रसाद ने अशोक नगर ,कंकड़ बाग पीपुल्स कोओपरेटिव कम्युनिटी हॉल ,हनुमाननगर ,दरियापुर ,मोगलपुरा ,पटना सिटी ,रानी घाट ,महेन्द्रू ,कदमकुआं ,ठाकुरबाड़ी ,चित्रगुप्त समाज ,अनीसाबाद ,वाल्मी ,खगौल ,मिथिला कॉलोनी नासरीगंज ,केशरी नगर ,इंद्रपुरी ,अशियाना नगर ,विद्युत् बोर्ड कॉलोनी ,ए जी कॉलोनी ,बैंकमेंस कॉलोनी चित्रगुप्त नगर ,बेउर ,गोला रोड ,इंदिरा नगर ,लोहानीपुर ,कदमकुआं ,सैदपुर आदि पूजा पंडालों का भ्रमण किया।बिहार प्रदेश ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक अभिषेक,मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल दास ,कला-संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव कुमार आर्यन , युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, संगठन मंत्री बलराम जी, दिलीप कुमार सिन्हा ,हरेंद्र कुमार सिन्हा ,पटना जिलाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव , पटना जिलाउपाध्यक्ष धनंजय सिन्हा आदि भी साथ थे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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