पटना, 06 नवंबर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस ने भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा मनायी। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के पदाधिकारियों ने भगवान चित्रगुप्त की पूजा की। मौके पर कायस्थों ने चित्रगुप्त महाराज को कलम-दबात व पुस्तिका अर्पित की। चित्रांशों ने भगवान चित्रगुप्त को भगवान को फल, मेवा और मिठाई का भोग लगाया और मनोवांच्छित फल और शांति के लिए कामना की। पूजा के बाद अदरक, मधु, दही,घी, नारियल का पानी आदि मिश्रित प्रसाद का भोग का वितरण किया गया।

इस बीच जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद ने सभी लोगों को चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में चित्रगुप्त जी की पूजा का विशेष महत्व है। चित्रगुप्त कायस्थों के आराध्य देव हैं। भगवान चित्रगुप्त कलम को देवता माना जाता है। भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने से साहस, शौर्य, बल और ज्ञान की प्राप्ति होती है। कायस्थ पूजा के दिन भगवान चित्रगुप्त के साथ ही कलम और बही-खाते की भी पूजा करते हैं क्योंकि ये दोनों ही भगवान चित्रगुप्त को प्रिय हैं।इसके साथ ही अपने आय-व्यय का ब्योरा और घर परिवार के बच्चों के बारे में पूरी जानकारी लिखकर भगवान चित्रगुप्त को अर्पित की जाती है।

जीकेसी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ नम्रता आनंद ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त कलम के देवता थे। शिक्षा से उनका गहरा लागव था इसलिए उनके दिन में हर व्यक्ति यह संकल्प लें कि वे अपने कार्य के अलावा एक गरीब बच्चे को पढाये तब ही उनका जीवन सफल माना जायेगा। इस अवसर पर जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक,मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार , पटना जिलाध्यक्ष सुशील कुमार, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव कुमार आर्यन, धनंजय प्रसाद, युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, दिलीप कुमार सिन्हा,बलराम जी, प्रियदर्शी हर्षवर्धन,हरेंद्र कुमार सिन्हा,अनिल कुमार दास,अभय सिन्हा, शुभम कुमार समेत कई अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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