पटना, 29 सितंबर दीदीजी फाउंडेशन संस्कारशाला के बच्चों को प्रिंस कुमार और करण कुमार नि.शुल्क डांस का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
राजधानी पटना के कुरथौल के फुलझड़ी गार्डन संस्कारशाला में बच्चों को नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है।
दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने बताया कि प्रिंस कुमार और करण कुमार बच्चों को नि.शुल्क डांस का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
लवली, संजना,स्वाति , राजनंदनी, राजा, सुनील, मोहित,ऋषभ, लवकुश, अंकित, मनीष, उज्जवल, रंधीर, ऋतिका राज, खुशी, रिया, रागिनी, रानी, रिमझिम, भारती,
शिवानी, अनन्या, संगीता,सलोनी, सृष्टि, चाहत, रिया और जिया को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

कॉन्फ़िडेंस बूस्टर ऐक्टिविटी है डांस : डा. नम्रता आनंद

cf298f74-a892-48cf-a514-37a2562b10fb

डा. नम्रता आनंद ने बताया कि डांस एक ऐसी एक्सरसाइज है जो शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों से आपको फिट रखता है। डांस करते समय शरीर के हर एक अंग इंगेज रहता है जिससे ये सही तरीके से फंक्शन कर पाते हैं।डांस करने से शरीर की एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है।तनाव, अवसाद से जूझ रहे लोगों के लिए भी डांस बहुत ही अच्छा वर्कआउट है। तो जब कभी मन उदास हो, किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा परेशान हो, तो अपना फेवरेट गाना लगाएं और शुरु कर दें नाचना।डांस एक कॉन्फ़िडेंस बूस्टर ऐक्टिविटी है। इससे शरीर में चुस्‍ती फुर्ती बढ़ती है और दिमाग एक्टिव होता है। ये दोनों फैक्‍टर आत्‍मविश्‍वास बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होते हैं।
प्रिंस और करण ने बताया, डांस करने से हमारे शरीर से कैलोरी कम करने में मदद मिलती है। वजन कम करने के लिए फ्रीस्टाइल डांस करने के ऑप्शन को आप चुन सकते हैं। रोजाना डांस करने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। रोजाना डांस करने से शरीर में सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन होता है जिससे कई सारी बीमारियों का तो खतरा कम होता ही है साथ ही चेहरे पर भी निखार आता है।डांस यानी नाचना पूरे शरीर का व्‍यायाम है।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed