पटना, सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये प्रोफेसर डॉक्टर शिव शंकर सिंह को डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान 2022 से सम्मानित किया है।
दीदीजी फाउंडेशन ने हाल ही में राजधानी पटना में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान का आयोजन किया था, जिसमें अलग-अलग विधाओं में निपुण 51 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था। प्रोफेसर डॉक्टर शिव शंकर सिंह को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये को मोमेंटो और सटिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि प्रोफेसर, शिक्षक एवं आदर्शवादी विद्यार्थी रहे प्रोफेसर डॉक्टर शिव शंकर सिंह अनुग्रह नाराायण कॉलेज पटना के भूगोल विभाग के स्थापित विभागाध्यक्ष है।प्रोफ़ेसर शिव शंकर से एक प्रतिष्ठित भूगोलवेत्ता एवं भू आकृति विज्ञानी है। वर्तमान समय में भारत में अद्वितीय भू आकृति विज्ञानी है। जो अपने गुरु एवं भूगोल के स्तंभ प्रोफेसर रामप्रवेश सिंह की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। वह छात्र जीवन में स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थी रहे हैं। वह एक कुशल एकेडमिक प्रशासक भी रहे हैं। कॉलेज के छात्रों के बीच शिव शंकर सिंहआज भी आइडियल रूप में जाने जाते हैं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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