पटना, 27 सितंबर 2022 : जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि बिहार में दलित, शोषित और वंचित वर्ग के लोग सुरक्षित नहीं है, इसके लिए नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली सरकार जिम्मेवार है। अनिल कुमार ने कहा कि बिहार बाबा साहब के संविधान सम्मत कानून से चलेगा, ना कि नीतीश कुमार के सामंतवादी विचार से। उन्होंने कहा कि राज्य में दलित और पीड़ित लोगों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जनतांत्रिक विकास पार्टी आगामी 29 सितंबर को पटना में धरना का आयोजन करेगी। इसके अलावा हमारी पार्टी आने वाले दिनों में इसी मुद्दे को लेकर राज्यभर में चरणबद्ध तरीके से जिला मुख्यालयों पर धरना देगी।

अनिल कुमार ने कहा कि जब से प्रदेश में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार बनी है, तब से दलित और पिछड़े वर्ग के लोग अपराधियों के निशाने पर हैं। हत्या बलात्कार आम बात हो गई है। सबसे दुर्भाग्य की बात तो ये है कि पुलिस प्रशासन मौन है और वह अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सामंतवादी विचारधारा के पोषक हैं। वे भले प्रधानमंत्री बने, दिल्ली जाएँ लेकिन बिहार की जनता पर अत्याचार करना सबसे पहले बंद करें। अनिल कुमार ने पटना, नालंदा, बेगुसराय, वैशाली से लेकर राज्य भर के उन घटनाओं का भी जिक्र किया, जिनमें दलित और शोषितों को निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा कि ये सारे लूट, हत्या और बलात्कार की घटना नीतीश – तेजस्वी की महागठबंधन सरकार में हुई है। और सभी मामले में पुलिस प्रशासन खामोश है और उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा।

वहीं, उन्होंने महेंद्रू स्थित राजकीय अंबेडकर छात्रावास गोलीकांड मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला और उनकी सरकार को दलित विरोधी बताया। साथ ही उन्होंने इस मामले में छात्र नेता अमर आजाद को गलत आरोप में फँसाने का लगाया और उनकी जान को खतरा बताया। उन्होंने कहा कि अमर आजाद जी पर अनिल यादव द्वारा फर्जी मुकदमा 338/22 थाना सुल्तानगंज में किया गया है, जो न्यायोचित नहीं है। अमर आजाद दलित छात्रों की आवाज को प्रमुखता से रखते हैं, इसलिए उन्हें जानबुझ कर फँसाया जा रहा है, ताकि इस मामले में सच को दबाया जा सके। उन्होंने अमर आजाद की जान को खतरा बताते हुए सरकार से उन्हें सुरक्षा देने की मांग की।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के 17 साल के शासन मे बिहार में शोषित दलित वंचित का रहना आसान नहीं है। नीतीश कुमार कम से कम उस घोषणा का जवाब दें, जिसमें उन्होंने कहा था कि दलितों की हत्या पर उनके आश्रित के परिवार को नौकरी देंगे। आज तक कितनों को नौकरी दिया। एक को भी नहीं। इससे साफ जाहिर है कि नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए दलितों को उनके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया है, जिसका हम विरोध करते हुए प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा करते हैं।

संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय मंडल, अमर आजाद और राजकमल जी मौजूद रहे।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed