📍 नई दिल्ली / वाशिंगटन, बुधवार, 2 जुलाई 2025 ::
भारत और अमेरिका ने अपने रणनीतिक रक्षा संबंधों को और गहरा करने के लिए एक नए 10 वर्षीय रक्षा ढांचे पर सहमति जताई है। यह निर्णय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ के बीच टेलीफोनिक बातचीत के दौरान लिया गया। इस घोषणा की पुष्टि अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने बुधवार को अपने आधिकारिक बयान में की।
पेंटागन के अनुसार, दोनों पक्षों ने फरवरी 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच हुई शिखर वार्ता के दौरान तय किए गए रणनीतिक रक्षा लक्ष्यों की दिशा में हुई “काफी प्रगति” की समीक्षा की।
🇮🇳🤝🇺🇸 क्या तय हुआ?
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अगले 10 वर्षों के लिए एक रक्षा सहयोग ढांचे पर हस्ताक्षर जल्द होंगे।
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GE F404 इंजन की डिलीवरी में तेजी लाने की भारत की मांग।
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HAL और GE Aerospace के बीच F414 इंजन के संयुक्त उत्पादन पर चर्चा।
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तेजस लड़ाकू विमान की समय पर आपूर्ति को लेकर चिंता।
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संयुक्त सैन्य अभ्यास, इंटरऑपरेबिलिटी, लॉजिस्टिक्स, और डिफेंस सप्लाई चेन के एकीकरण पर बल।
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट रूप से F404 इंजन की आपूर्ति में हो रही देरी का मुद्दा उठाया, जिससे भारतीय वायु सेना को तेजस मार्क 1A की डिलीवरी में बाधा आई है। साथ ही, HAL और GE Aerospace के बीच भारत में F414 इंजन के निर्माण के समझौते को शीघ्र अंतिम रूप देने की मांग की।
पेंटागन का बयान:
“सचिव हेगसेथ और मंत्री सिंह ने अगले 10 वर्षों के लिए अमेरिकी-भारत रक्षा ढांचे पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमति व्यक्त की, जो दोनों देशों के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग को गहरा करेगा।”
हेगसेथ ने अमेरिका द्वारा भारत को दक्षिण एशिया में “प्रमुख रक्षा साझेदार” के रूप में प्राथमिकता देने की बात दोहराई।
आने वाले कदम
भारतीय और अमेरिकी रक्षा मंत्रालयों के बीच इस वर्ष के अंत में होने वाली अगली उच्च स्तरीय बैठक में इस रक्षा समझौते पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है।