Category: राय

सब मिले हुए हैं , घुस एक अधिकार है, भर्ष्टाचार कोई समस्या नहीं #shubhendukecomments

आजकल हम किसी सरकारी योजना या सरकार द्वारा दी गई भीख या सेवा पर ऊँगली नही उठाते जिसके लिए हम…

डॉक्टर रणवीर नंदन ने दिया स्तीफा जदयू से छिटकते नेता क्या अब सत्ता के ताले की चाबी छीन जायेगी नितीश कुमार से !

बिहार पटना :- डॉक्टर रणवीर नंदन पूर्व सदस्य बिहार विधान पार्षद और जदयू के जमीन से जुड़े नेता ने इस…

Indo Canadian Relations History || अच्छे कब थे भारत-कैनाडा सम्बन्ध? #indiacanadarelation #canadian

हाल के दौर में भारत और कैनाडा के बीच खालिस्तानियों की वजह से जो खींच तान जारी है, उसके बीच…

भारत-पश्चिमी एशिया-यूरोप के मध्य नया आर्थिक गलियारा करेगा भारतीय संस्कृति का विस्तार

आज विश्व के कई देश विभिन्न प्रकार की राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। जबकि भारत न…

टपा-टप्प मरते खालिस्तानी और भारत पर अभियोग || Elimination of Khalistani terrorists

पंजाब में 1980 के दौर में अलगाववादियों का उदय हो रहा था। आज जिन आतंकियों के मारे जाने पर जस्टिन…

भारत एक बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर

वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से आर्थिक क्षेत्र में, भारत आज अपने स्वर्णिम काल में प्रवेश कर गया है। जनसंख्या…

शराब विकाश और बिहार पर शुभेन्दु के कमेंट्स

बिहार में कैसे बिकता है शराब ? आखिर कितना हुआ विकाश ? बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य – आकलन मुख्यमंत्री…

शिव-पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है तीज का त्योहार (डा. नम्रता आनंद)

तीज को महिलाओं का त्योहार कहा जाता है। यह विवाहित महिलाओं के लिए बहुत महत्व रखता है, जो अपने पतियों…

वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में बढ़ती भारत की भागीदारी

भारत, पूरे विश्व में, पहिला देश है जिसने चन्द्रयान-3 को चन्द्रमा के दक्षिणी पोल पर सलतापूर्वक उतार लिया है। अन्यथा,…

हिन्दुओं के लिए कानून बने कैसे? || Mitakshara Dayabhag and Laws

हिन्दुओं पर उत्तराधिकार से सम्बंधित जो कानून आज लागू होते हैं, वो आखिर बने कैसे थे? क्या वो मनुस्मृति से…

भगवान विश्वकर्मा को निर्माण एवं सृजन का देवता माना जाता है। (डा. नम्रता आनंद)

निर्माण और सृजन के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती हर साल 17 सितंबर को धूमधाम से मनाई जाती है।विश्वकर्मा पूजा/जयंती…

हिंदी भाषा के महत्व और इसकी समृद्ध विरासत के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 14 सितंबर को मनाया जाता है हिंदी दिवस

पटना, हर साल 14 सितंबर को पूरे देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व…

श्री नितीश कुमार की फ़ालतू बात पर शुभेंदु के कमेंट्स

जो लोग कहते हैं हमने इसको बनाया उसको बनाया वास्तव में वो ये नहीं जानते की यही उनका अहंकार है।…

भारत का सांस्कृतिक वैभव एक नया आकार ले रहा है

भारतीय सनातन संस्कृति, सभ्यता और परम्पराएं विश्व में सबसे अधिक प्राचीन मानी जाती है। भारतीय संस्कृति को विश्व की अन्य…

आईएसीआर-आईआईएचआर (भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु) 4 दिवशीय पाठ्यक्रम में बिहार के मोकामा के भी किसान शामिल हुए

श्री प्रणव शिकार साही की रिपोर्ट और ध्न्यवाद ज्ञापन बेंगलुरु से बेंगलुरु :- भारत के अग्रणी और प्रमुख संस्थान ‘आईएसीआर-आईआईएचआर…

भारतीय संस्कृति वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बनने की ओर अग्रसर

भारत आदि काल से ही एक जीता जागता राष्ट्र पुरुष है, यह मात्र एक जमीन का टुकड़ा नहीं है। भारत…

जन्माष्टमी पर्व को भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है

पटना, 07 सितंबर जन्माष्टमी पर्व को भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। कृष्ण को भगवान…

चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट का लाभ भारत को मिल सकता है

वैश्विक स्तर पर आ रही विभिन्न आर्थिक समस्याओं के बीच, वित्तीय वर्ष 2023-24 की प्रथम तिमाही, अप्रेल-जून 2023, में सेवा…

सनातन उन्मूलन – राजनीति का नया दांव || #SanatanUnmulanConclave #Stalin

फ्रांसिस ज़ेवियर के ही दौर से इस बात के दस्तावेजों में प्रमाण मौजूद हैं कि वो सनातन धर्म को मिटाकर…

भारत के प्रति पश्चिमी देशों को बदलना होगा अपना नजरिया

अंततः भारत चल पड़ा है विश्व गुरु बनने की राह पर। परंतु, पश्चिमी देशों में कुछ विघनसंतोषी जीवों को शायद…

बिहार की बहार को क्या हुआ? || Bihar Sushasan or Jungleraj

बिहार की बहार को क्या हुआ? किसकी नजर लग गयी? सांप्रदायिक दंगों से लेकर अपराधों तक की गिनती लगातार बढ़ती…

उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद एवं पूंजीवाद के बाद अब राष्ट्रीयता पर आधारित हो अर्थव्यवस्था

अमेरिकी महाद्वीप की खोज के साथ ही उपनिवेशवाद का प्रारम्भ हुआ और यह 20वीं शताब्दी के लगभग आधे भाग तक…

टमाटर और सिलिंडर के पीछे छुपते घोटाले || Tomato Cylinder and Minority Scholarship Scam

कुछ तो है जिसकी पर्देदारी है! अचानक से लिबरल कहलाने वाले पत्रकार सुधीर चौधरी के समर्थन में कैसे उतर आये…