अपडेट :- बिजली लगभग 1.30 मिनट के पॉवर कट के बाद सुचारू हो गई थी ।
तकरीबन 11:45 am में बिजली सुचारू ट्वीट का समय 11:43 am
देखिए भईए बिजली मेरे एरिया में काट ली गई है। तकरीबन 1 घंटे होने को आए 500 वाट का सीपीयू होने की वजह से 1 घंटा से अधिक चलता नही और जेनरेटर के डीजल का पैसा नही।
इस व्यथा को मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री
Nitish Kumar और सरकार में साझेदार तथा प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्रीमान
Tejashwi Yadav के समक्ष रख रहा हु की अगर बिजली सुचारू नही कर सकते तो प्रदेश की जनता और जनता जनार्दन की आवाज को सरकार तक पहुंचाने के लिए तथा सभी पार्टियों पर तंज करने के लिए जिसमे भाजपा से लेकर आपके तमाम विरोधी सामिल है।
हम सभी सरकार (राज्य/केंद्र) से बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित मुद्दों पर फोकस करते हैं। इसलिए मुझे भीख में एक सोलर इनवर्टर दिया जाए।
या फिर बिजली को दुरुस्त किया जाए।
क्योंकि जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है उतनी ही तेजी से बिजली का संकट बिहार के शहरी तथा ग्रामीण इलाको में देखा जा सकता है।
मास कम्युनिकेशन के पहले अध्याय में हमने पढ़ा था की पत्रकार का काम जनता की समस्या को सरकार तक पहुंचाना और फिर सरकार ने उसपर क्या कारवाई की इसी को जनता से साझा करना है। पत्रकार समाज और सरकार के बीच एक पुल है मगर इस बदलते दौर में उन्माद और नौटंकी व्यूज न जाने क्या क्या हो गया है !
पत्रकारिता एक साधना है एक पूजा है एक सेवा है। और इसलिए हम भी फकीर और भीखमंगा है। पढ़ लिखकर आए है शैली भी लाए है। कोई कोर्ट कचहरी का मुझसे वास्ता नहीं, हा हमने जरूर एक बार अन्ना हजारे पर मुकदमा कर डाला था। मगर सब्जी बाग के हमारे मुस्लिम मित्र मोहमद अली कैंसर की मौत के बाद वो मुकदमा भी ठंडे बस्ते में चला गया।
आप मुझे स्मप्रदाइक भी नही कह सकते, क्योंकि फुलवारी शरीफ और सब्जी बाग में मेरा उठना बैठना रहा है ईद पर सेवईया भी उन घरों में खाते देखा जा सकता है। आप लोग से ज्यादा तो हम भाजपा पर बरसे है । पहले तो बिहार की तरफ ताकते भी नही थे लेकिन श्रीमान अब बिहार में जब बिजली संकट होगी अशिक्षा होगी समूचीत स्वास्थ्य सेवाओं का ना होना ।
महंगाई, नोट बंदी पर केंद्र की भाजपा सरकार से लगभग रोज सवाल पूछा है। अब जवाब दे या ना दे ये उनकी मर्जी और हमको जवाब कोई ना दे कोई बात नही ।
मुझे खुशी तब होगी जब कोई नेता मेरी आलोचना को पॉजिटिव way में लेकर उसपर काम करता है । निजाम चाहे जो हो मुझे लोगो के काम से मतलब है उनके हक और हुकूक से मतलब है।
हालांकि जल्द ही यह अनुमान मौजूदा सरकार के मूर्ख मंत्री को भी हो गया और वो पीछे हट गए, राजनीति कीजिए मगर संतो का अपमान, किसी की श्रद्धा पर कम से कम प्रश्नचिन्ह ना लगाए, हालाकि जैसे हम हमको बागेश्वर धाम सरकार की कोई जरूरत नही ना ही मैं जीवन में उनसे कभी मिलने जाऊंगा कृष्ण ने चाहा तो सरकार को भी मेरे घर तक आना ही पड़ेगा या फिर कुछ ऐसा संजाेग होगा की मैं ही उन तक पहुंच जाऊं मगर कुछ जानने की तमन्ना ही नही और मेरे पास कोई समस्या भी नही।
मेरी समस्या प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पास है या तो इन्वर्टर लगवा दीजिए या फिर रोज बिजली पर मेरी कथा सुनिए,
मेरे कथा में राम की आगे की यात्रा कृष्ण है।
अब समस्या यह भी है की कृष्ण यदुवंशी थे और हम उनके भक्त है। फिर हमको तो वैसे भी ई सरकार से डर भय नहीं ।
वैसे भी आजतक किसी ने मुझे कुछ कहा नहीं उम्मीद यही है कि मेरे तंज और रंज को सरकार सकारात्मक तरीके से लेगी और भइया मेरे पास कोई ठठरी भी नही है।
बहरहाल उम्मीद है बिजली आ जाएगी या फिर बिहार सरकार मुझे भीख में एक इन्वर्टर देगी भीखमंगा शुभेन्दु प्रकाश के दम तोड़ते हुए मोबाइल की पेश कस ,
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