प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा को पत्र लिखकर 1 जनवरी को आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित जापान और उसके लोगों के साथ भारत की एकजुटता व्यक्त की।
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को श्री मोदी ने श्री किशिदा को लिखा कि भारत एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदार के रूप में जापान के साथ अपने संबंधों को महत्व देता है और इस समय हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।
जापान के सबसे उत्तरी प्रायद्वीप नोटो में सोमवार को आए 7.6 तीव्रता के भूकंप में लगभग 90 लोग मारे गए।
सूत्रों ने कहा कि प्रधान मंत्री ने अपने जापानी समकक्ष को बताया कि वह भूकंप पर “गहरा दुख और चिंतित” हैं और भूकंप में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति “गहरी संवेदना” व्यक्त की है।
श्री मोदी ने कहा, “एक जनवरी को जापान में आए भीषण भूकंप के बारे में जानकर मैं बहुत दुखी और चिंतित हूं।”
एक सूत्र ने जापानी प्रधान मंत्री को लिखे मोदी के पत्र के हवाले से कहा, “मैं अपनी जान गंवाने वाले लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। हम जापान और आपदा से प्रभावित उसके लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
जापान का क्योदो समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को कहा कि भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है और 240 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।
इसमें कहा गया है कि अधिकारियों ने भूकंप बचाव कार्यों में भाग लेने वाले आत्मरक्षा बलों के कर्मियों की संख्या दोगुनी कर 4,600 कर दी है।