मैसूर, कर्नाटक में हस्तशिल्प कारीगर। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-4, 1 फरवरी में कारीगरों और शिल्पकारों के लिए पीएम-विकास योजना की घोषणा की। फोटो साभार: श्रीराम एमए
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार, 1 फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करते हुए कारीगरों और शिल्पकारों के लिए सहायता पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नव-संकल्पित प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान (पीएम-विकास) योजना, देश के कारीगरों को अपने उत्पादों की गुणवत्ता, पैमाने और पहुंच में सुधार करने में सक्षम बनाएगी, उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम स्तर के उद्यमों ( एमएसएमई) मूल्य श्रृंखला।
मंत्री ने कहा, “सदियों से, पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों ने अपने हाथों से औजारों का उपयोग करके भारत को प्रसिद्धि दिलाई है।” उन्होंने कहा कि उन्हें आम तौर पर ‘विश्वकर्मा’ कहा जाता है। सुश्री सीतारमण ने आत्मानबीर भारत की दृष्टि का आह्वान करते हुए कहा, विश्वकर्मा द्वारा बनाई गई कला और हस्तशिल्प एक आत्मनिर्भर भारत की सच्ची भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मंत्री ने नई योजना के कुछ प्रमुख घटकों पर प्रकाश डाला-
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वित्तीय सहायता
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उन्नत कौशल प्रशिक्षण तक पहुंच
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आधुनिक डिजिटल तकनीकों और कुशल हरित प्रौद्योगिकियों का ज्ञान
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ब्रांड प्रचार
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स्थानीय और वैश्विक बाजारों के साथ संबंध
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डिजिटल भुगतान
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सामाजिक सुरक्षा
उन्होंने कहा कि पीएम-विकास योजना से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ी जातियों, महिलाओं और कमजोर वर्गों के लोगों को बहुत लाभ होगा।