कहानी या राजा और उसका पालतू बंदर। यह भारत की एक प्रसिद्ध लोक कथा है। अक्सर ऐसी कहानियों में एक नैतिक या कुछ सामान्य ज्ञान होता है जिसे कहानी के अंत में जोड़ा जाता है। यह कहानी हमें यह भी बताती है कि सिर्फ व्यक्तिगत संबंधों की वजह से अयोग्य लोगों को पद क्यों नहीं दिया जाना चाहिए। इस कहानी में राजा अपने पालतू बंदर को अंगरक्षक का काम सौंपता है।
