नई दिल्ली. प्रशांत किशोर को कांग्रेस के शामिल करने के मुद्दे पर फिलहाल अब विराम लग गया है। उन्होंने पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसकी पुष्टि न सिर्फ कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने की है, बल्कि खुद प्रशांत किशोर ने भी ट्वीट कर की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को उनसे अधिक एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत है, जो साझा प्रयास के जरिए पार्टी की आंतरिक समस्याओं को हल कर उसको दोबारा जमीन से जुड़ने में मदद कर सके। इसके लिए पार्टी को बड़े बदलाव या ट्रांसफार्मेशनल रिफार्म की जरूरत होगी।
प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में कहा है कि उन्होंने कांग्रेस से मिले उस आफर को ठुकरा दिया है, जिसमें उनसे पार्टी ज्वाइन करने की अपील की गई थी। उनके मुताबिक, उन्हें एंपावर्ड एक्शन ग्रुप की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसमें चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करनी थी प्रशांत किशोर का कहना है कि वो मानते हैं कि पार्टी में सुधार की जरूरत है। गौरतलब है कि बीते करीब 15 दिनों से प्रशांत किशोर और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच बैठकों का लंबा दौर चला था। ये बैठकें 2024 में होने वाले आम चुनाव में पार्टी को आगे बढ़ाने के मकसद से हुई थीं। प्रशांत किशोर ने इसके लिए एक डिटेल प्रजेंटेशन भी पार्टी के सामने रखा था।
बता दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर में लखीमपुर खीरी मामले के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा था कि लोग विपक्ष की तरफ टकटकी लगाकर देख रहे हैं, जिसको वर्षों पुरानी कांग्रेस पार्टी लीड कर रही है। हालांकि, इससे पहले पार्टी को अपने जड़ों में जाकर समस्याओं को सुलझाना होगा और अपनी कमजोरियों को दूर करना होगा। उनका कहना था कि कांग्रेस के ऊपर लोगों की नजरें हैं, लेकिन लोगों को यहां पर निराशा ही मिली। अफसोस की बात है कि इतनी पुरानी पार्टी में अपनी कमजोरी और समस्याओं को दूर करने के लिए कोई सोल्यूशन ही नहीं था।
यह भी पढ़े.
प्रशांत किशोर को लेकर असमंजस में कांग्रेस, (minimetrolive.com)