उत्तराखंड पुलिस ने एक 19 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे के रूप में पेश होकर हरिद्वार के बीजेपी विधायक अदेश चौहान से 5 लाख रुपये की मांग की। इस योजना में दो अन्य लोग भी शामिल थे, जिनमें से एक को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है।
मुख्य खबर:
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिंह डबल ने बताया कि 19 वर्षीय प्रियांशु पंत, जिन्होंने विधायक को फोन करके पैसे की मांग की, को सोमवार देर शाम दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इसी योजना में शामिल उवेश अहमद को उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर से गिरफ्तार किया गया, जबकि तीसरे आरोपी गौरव नाथ की तलाश जारी है।
पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों ने नैनीताल विधायक सरिता आर्य और रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा से भी पैसे निकालने का प्रयास किया था। उन्होंने विधायकों को मंत्री बनाने का झूठा वादा करके धन की मांग की। इस संबंध में नैनीताल और रुद्रपुर में भी मामले दर्ज किए गए हैं।
घटनाक्रम:
रविवार देर शाम, विधायक अदेश चौहान को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे, जे शाह के रूप में पेश किया और पार्टी फंड के लिए 5 लाख रुपये दान करने को कहा। जब श्री चौहान ने संदेह जताया, तो कॉलर ने अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया और सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी दी।
इसके बाद, श्री चौहान के जनसंपर्क अधिकारी रोमिश कुमार ने बहादराबाद पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत मामला दर्ज करते हुए तलाशी अभियान शुरू किया।
जांच का तरीका:
पुलिस टीमों ने मोबाइल फोन के सीडीआर, आईएमईआई नंबर और स्थानों को ट्रैक किया। गाजियाबाद और दिल्ली में कई स्थानों पर छापेमारी के बाद, प्रियांशु पंत को दिल्ली में अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों का इरादा:
पुलिस के अनुसार, प्रियांशु पंत ने कबूल किया कि उसने और उसके सहयोगियों ने एक शानदार जीवन जीने की इच्छा में विधायकों से पैसे निकालने की योजना बनाई थी।
निष्कर्ष:
यह मामला युवाओं में बढ़ती आपराधिक प्रवृत्ति और सोशल इंजीनियरिंग के जरिए धोखाधड़ी करने के तरीकों को उजागर करता है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है।