सांकेतिक फोटो।
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
पिछले कुछ महीनों में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले प्यार की कहानियां जैसे दर्दनाक तरीके से खत्म हुईं और ‘ब्रोसे’ की मौत हुई, उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप पर सवालिया निशान लगाए हैं। इन संबंधों में हरबरता, वहशीपन और इंसानियत को शर्मसार करने की सारी मर्यादाएं टूट गईं।
ऐसे मामले में यह सोचने को मजबूर कर देते हैं कि कोई इंसान अपनी ही प्रेमिका के साथ ऐसी दरिंदगी कर सकता है। पिछले सालों में दिल्ली के श्रद्धा कांड शुरू हुआ, फिर भी, भले ही मुंबई की सरस्वती तक पहुंच गया हो, लेकिन बीच में ऐसे भी कई युवा हैं, हर दिन बस शरीर ही सही सलामत है, दिल के कई टुकड़े हो गए हैं।
दोस्ती का झांसा और साथ गारंटी का वादा करके दरिंदे लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले युवाओं की स्थिति बनाकर छोड़ दे रहे हैं। कभी पढ़ाई के दौरान तो कभी सोशल के जरिए मीडिया दोस्ती में आई ऐसी कई युवाओं की जिंदगी में अब पछतावे के सिवा कुछ नहीं बचा है। इस पछतावे में कुछ ने तो अपनी जिंदगी खत्म कर ली, लेकिन कुछ की जिंदगी का मकसद दरिंदों को सजा का रह गया है।
इसे भी पढ़ें: ये कैसी जांच: पांच दिन बाद भी सड़क के किनारे लगी है दरिंदगी की शिकार किशोरी की साइकिल, तोड़ दिया था दम