स्पष्ट परिस्थितिजन्य साक्ष्य की कमी का हवाला देते हुए, कोझिकोड शहर की पुलिस ने एक कोरियाई महिला पर संदिग्ध यौन हमले की जांच को बंद कर दिया है, जिसकी यात्रा उचित यात्रा दस्तावेजों के अभाव में 23 दिसंबर को कालीकट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोक दी गई थी।
नवीनतम मेडिकल रिपोर्ट और महिला के विस्तृत बयान के आधार पर, जांच दल इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि उसने गलत शिकायत की थी क्योंकि यात्रा बाधित होने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान थी। उसने विरोधाभासी बयानों और संदिग्धों के विवरण से टीम को हैरान कर दिया था।
हालांकि पुलिस ने उन सभी क्षेत्रों में विस्तृत जांच की जहां उसने दौरा किया, लेकिन उन्हें हमले से संबंधित कुछ भी नहीं मिला। कई जगहों से सीसीटीवी फुटेज भी बरामद किए गए हैं।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि शुरुआती चरण से ही उसके दावों की प्रामाणिकता पर संदेह था। उन्होंने कहा कि 38 वर्षीय महिला, जिसमें मानसिक बीमारी और मिजाज के लक्षण दिखाई दे रहे थे, को इलाज के लिए कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घटना के बारे में सुनकर, चेन्नई में दक्षिण कोरिया के महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय की एक वरिष्ठ महिला अधिकारी ने अस्पताल में उनसे मुलाकात की थी। आधिकारिक दौरे के दौरान भी वह अपनी शिकायत से संबंधित कुछ भी ठोस प्रकट नहीं कर पाईं। 9 दिसंबर को कोरियाई महिला राज्यव्यापी यात्रा के तहत केरल पहुंची थी। अधिकारियों ने कहा कि इलाज के बाद उसे घर वापस जाने में मदद दी जाएगी।