हस्तकरधा एवं हस्तशिल्प के सामानों की बिक्री व प्रदर्शनी के साथ मशहूर व्यंजनों का मिलेगा लुत्फ
पटना। बिहार स्थापना दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष आयोजित होने वाली 15 दिवसीय बिहार उत्सव 2022 का आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में हुआ, कोरोना के कारण 2020 एवं 2021 में बिहार उत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था। दिल्ली में बिहार उत्सव 2022 का आयोजन बिहार सरकार उधोग विभाग और बिहार सरकार के बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार द्वारा किया गया है।
बिहार उत्सव के पहले दिन आज बिहार सरकार के उद्योग विभाग के उद्योग निदेशक रूपेश कुमार श्रीवास्तव के साथ ही मेला प्रभारी विभाग के उपनिदेशक बिशेश्वर प्रसाद, बियाडा के संजय श्रीवास्तव, सुधांशु भूषण कुमार एवं गौतम कुमार भी मौजूद रहे। रूपेश श्रीवास्तव ने बताया कि इसबार बिहार के प्रसिद्ध हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट के 59 स्टाल लगाये गए हैं। इसके माध्यम से बिहार के कलाकारों को अपने हैंडलूम एवं हैंडीक्राफ्ट के उत्पादों के बिक्री सह प्रदर्शनी एवं मार्केटिंग का अवसर मिलता है। 2 फूडस्टाल भी है।
मेला प्रभारी बिशेश्वर प्रसाद ने कहा कि मशहूर मधुबनी एवं मिथिला पेंटिंग, जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी, निपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेड-सीट, चादर विशेष रूप से मेला का आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। भागलपुरी सिल्क, मिथिला पेंटिंग, सिकी से निर्मित सामग्री, मोतीहारी का आकर्षक सीप से निर्मित आभूषण, टेरा कोटा से निर्मित वस्तुएं, जूट निर्मित वस्तुएं यथा जूट ज्वेलरी टिकुली आर्ट के साथ.साथ नालंदा, बिहारशरीफ का नेपुरा सिल्क एवं हस्तकरघा से निर्मित बेडसीट, चादर विशेष रूप से मेला के केन्द्र में रहेंगे। इस अवसर पर बिहार लोक कला एवं संगीत का सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन 21 एवं 22 मार्च को संध्या 6 से 8 बजे तक होगा।