नई दिल्ली | 28 जुलाई 2025
सोशल मीडिया और कुछ ऑनलाइन एजुकेशन ऐप्स के ज़रिए आजकल एक ऐसा झूठ फैलाया जा रहा है जिसने ड्राइविंग लाइसेंस जैसी गंभीर प्रक्रिया को भी गुमराह करने का जरिया बना दिया है। प्रचारित किया जा रहा है कि अब घर बैठे ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाएगा, RTO ऑफिस जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। मगर जब Aware News 24 ने इसकी पड़ताल की तो हकीकत सामने कुछ और ही आई।
📱 प्रचार बनाम हकीकत: क्या सचमुच RTO जाना बंद हो गया?
सोशल मीडिया और खासतौर पर “Seekho App” जैसे प्लेटफॉर्म यह दावा कर रहे हैं कि अब आपको ड्राइविंग लाइसेंस के लिए RTO जाने की ज़रूरत नहीं, सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। लेकिन जब हमने ज़मीनी पड़ताल की, तो पता चला कि:
-
सिर्फ फॉर्म भरने की प्रक्रिया ऑनलाइन हुई है।
पहले लोग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए फॉर्म ऑफलाइन भरकर RTO में जमा करते थे, अब वही प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है। -
डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन और टेस्ट के लिए अब भी RTO जाना अनिवार्य है।
चाहे लर्निंग लाइसेंस हो या परमानेंट DL, दोनों के लिए RTO में फिजिकल उपस्थिति ज़रूरी है।
🖥️ लर्निंग लाइसेंस के लिए अब टेस्ट भी जरूरी
पहले लर्निंग लाइसेंस सिर्फ डॉक्यूमेंट देखकर जारी कर दिया जाता था, लेकिन अब:
-
कंप्यूटर आधारित टेस्ट देना होता है, जिसमें पास होना ज़रूरी है।
-
अगर आप फेल हो गए, तो दोबारा टेस्ट देना होगा और फिर से फीस भी देनी होगी।
-
फीस नॉन-रिफंडेबल है। यानी एक बार पैसा गया, तो गया — अगर आपने बीच में प्रक्रिया नहीं पूरी की तो भी पैसा वापस नहीं मिलेगा।
💸 बढ़ती फीस: 2014 से 2025 तक कितना महंगा हो गया DL?
एक वक्त था जब लर्निंग लाइसेंस के लिए ₹30 से ₹150 तक और परमानेंट DL के लिए ₹200 से ₹1000 तक की फीस लगती थी। लेकिन अब:
-
कुल मिलाकर ₹2000 या उससे अधिक खर्च हो सकते हैं।
-
अगर आप एक बार में पास नहीं हुए, तो दोबारा फीस देना ही पड़ेगा।
-
न तो प्रक्रिया सरल हुई है, न सस्ती, बल्कि अब यह अधिक जटिल और महंगी हो गई है।
🎙️ प्रचारकों की भूमिका: कौन फैला रहा है यह भ्रम?
इस झूठी जानकारी को फैलाने में कुछ मशहूर पॉडकास्टर और “Seekho” जैसे एजुकेशन ऐप्स का नाम सामने आ रहा है। ये दावा करते हैं कि बस कुछ क्लिक करो और आपका DL बन जाएगा — जबकि हकीकत में लोगों को RTO की चक्कर काटनी ही पड़ रही है।
🏆 सरकार के समर्थन में झूठ बोलने वालों को इनाम?
यह भी एक चिंताजनक सवाल है कि जो लोग सरकार के समर्थन में तथ्यहीन बातें फैलाते हैं — उन्हें प्रधानमंत्री के मंच पर बुलाकर सम्मानित किया जाता है। लेकिन जो लोग ज़मीनी सच्चाई बताते हैं, उनके हिस्से सिर्फ हताशा और उपेक्षा आती है।
🔍 निष्कर्ष: झूठ का लाइसेंस, सच की सज़ा?
ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया अब भी उतनी ही सख्त, खर्चीली और कागजी है जितनी पहले थी — बल्कि और जटिल हो गई है।
लोगों को चाहिए कि वे ऐसे दावों के पीछे आँख मूंदकर न भागें जो केवल “ऑनलाइन प्रक्रिया” को “पूरी प्रक्रिया” बता रहे हैं।
सरकार को चाहिए कि ऐसे झूठे प्रचारों पर लगाम लगाए और फीस व प्रक्रिया को पारदर्शी व सुलभ बनाए, ताकि नागरिकों को भ्रम और धोखे का शिकार न होना पड़े।
क्या आपको भी सोशल मीडिया पर दिख रहे हैं ऐसे वीडियो कि अब ड्राइविंग लाइसेंस घर बैठे मिल जाएगा?
क्या RTO जाने की जरूरत अब खत्म हो गई है?
इस वीडियो में हमने पूरी सच्चाई बताई है – जानिए क्या बदला है और क्या नहीं।
देखिए कहीं आप भी झांसे में तो नहीं आ रहे!
क्या Seekho App घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस दिलाने का झांसा दे रही है?
हमने की पड़ताल और सामने आया सच!
देखिए पूरा खुलासा इस वीडियो में।
#SeekhoAppExposed #FakeAdAlert #DrivingLicenseIndia
#SeekhoApp #DrivingLicense #FakeAdvertisement #Exposed #RTO #Shorts
#ड्राइविंगलाइसेंस #ऑनलाइनलाइसेंस #RTONews #FakeNewsAlert #DigitalIndia #DrivingLicenseUpdate #RTO