पटना, डा. उषा प्रसाद को दीदीजी फाउंडेशन, बिहार के सौजन्य से डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया है। डा.
उषा प्रसाद को यह सम्मान जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने दिया।
दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका डा. नम्रता आनंद ने यहां बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये डा.उषा प्रसाद डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था की चयन समिति ने डा. उषा प्रसाद का नाम इतिहास में उनके अमूल्य योगदान के आधार पर किया है।
गौरतलब है कि पाटलीपुत्र विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की वरिष्ठ प्रोफ़ेसर डॉक्टर उषा प्रसाद ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक रही है। डॉक्टर ऊषा प्रसाद बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग की सदस्य हैं। शिक्षा की सेवा करना उन्हें विरासत में मिला है, उनके पिता प्रोफेसर ईश्वरी प्रसाद लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर रहे हैं तथा जेएनयू नई दिल्ली के अर्थशास्त्र विभाग के डीन रह चुके हैं। डा. उषा प्रसाद ने जेएनयू नई दिल्ली से शिक्षा प्राप्त की है तथा उन्हें स्वर्ण पदक भी मिला है। वह राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भी अपना प्रस्तुति दे चुकी है। वह दया और सेवा की भावना से ओतप्रोत रही है। उनके पति चंद्रयान मिशन के अधीन कार्य कर कर रहे हैं।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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