📍 नई दिल्ली, 21 फरवरी: अमेरिकी अरबपति एलोन मस्क के नेतृत्व में अमेरिकी सरकार की दक्षता विभाग (DOGE) द्वारा भारत में मतदाता मतदान के लिए निर्धारित 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग को रद्द करने की घोषणा के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीतिक बहस छिड़ गई है।
🚨 विदेशी हस्तक्षेप का आरोप!
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस फंडिंग पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाइडेन प्रशासन “किसी और को जिताने की कोशिश” कर रहा था। इस मुद्दे पर भारतीय राजनीति में भी हलचल मच गई है, जहां भाजपा ने कांग्रेस की भूमिका पर संदेह जताया है। वहीं, कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए यूएसएआईडी परियोजनाओं पर एक श्वेत पत्र की मांग की है।
🤝 भारत और यूएसएआईडी के रिश्ते की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
1951 से लेकर अब तक, यूएसएआईडी (USAID – यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) ने भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, आर्थिक सुधारों और अन्य क्षेत्रों में सहायता प्रदान की है।
📌 2024 में भारत को यूएसएआईडी से कुल $79.3 मिलियन की फंडिंग मिली, जिसका अधिकांश हिस्सा स्वास्थ्य, स्वच्छता, ऊर्जा और जल संसाधनों के लिए था।
💡 यूएसएआईडी और स्वच्छ भारत मिशन
🛑 भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (SBM) में यूएसएआईडी का योगदान रहा है।
📝 2015 में यूएसएआईडी ने शहरी विकास मंत्रालय (MoHUA) के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत स्वच्छ जल और स्वच्छता सेवाओं का विस्तार किया गया।
🗓 13-14 फरवरी, 2024 को उत्तर प्रदेश जल निगम (शहरी) ने “Amrut 2.0 वाटर कॉन्क्लेव” का आयोजन किया, जिसे यूएसएआईडी द्वारा वित्त पोषित “सपोर्ट टू अर्बन वॉटर एंड सैनिटेशन इन इंडिया (SUWASI)” कार्यक्रम के तहत समर्थन मिला।
🔌 स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण में अमेरिकी भागीदारी
⚡ भारत के केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने यूएसएआईडी के साथ मिलकर स्वच्छ ऊर्जा पहलें चलाई हैं।
🌳 पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) के साथ साझेदारी में यूएसएआईडी जंगलों की जैव विविधता और जलवायु अनुकूलन परियोजनाओं में योगदान कर रहा है।
📉 भारत में अमेरिकी फंडिंग में गिरावट
✅ पिछले एक दशक में, यूएसएआईडी से भारत को लगभग $1.5 बिलियन डॉलर की विदेशी सहायता मिली है, जो उसकी कुल वैश्विक सहायता का केवल 0.2% से 0.4% रही है।
🔍 हाल के वर्षों में, भारत सरकार ने कुछ अमेरिकी सहायता शर्तों पर आपत्ति जताई, जिससे विदेशी वित्त पोषण में गिरावट आई।
🧐 सवाल उठते हैं!
👉 क्या अमेरिका भारत में चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था?
👉 यूएसएआईडी के फंडिंग बंद करने से भारतीय परियोजनाओं पर क्या असर पड़ेगा?
👉 क्या विदेशी फंडिंग से भारतीय राजनीति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है?
ℹ यह मामला आने वाले दिनों में और गरमाने की संभावना है।
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