18 मई 2021, पटना : पारस हॉस्पिटल में एक मरीज के साथ कथित दुष्कर्म का मामला अब तूल पकड़ने लगा है, जिसके खिलाफ आज जन अधिकार महिला परिषद की महिलाओं ने पारस अस्पताल परिसर में अपना विरोध दर्ज कराया और बिहार सरकार से इस घटना के उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग की। साथ ही कहा कि जिस मरीज के साथ यह घटना हुई है, अगर उसके साथ कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेदारी अस्पताल की होगी। उन्होंने ये भी पूछा कि जब मरीज की स्थिति स्टेबल थी, फिर भी उसे वेंटिलेटर पर क्यों रखा गया? वहीं, महिला परिषद की अध्यक्ष रानी चौबे ने अपने पार्टी के नेताओं के साथ पीड़ित महिला के बेटी से मुलाकात की और कहा कि पीड़ित की बेटी पर सरकार व प्रशासन का इतना दबाव है कि वो अपना बयान भी नहीं दे पा रही, बस इतना कह रही है कि उनकी माँ के ठीक होने के बाद बयान देगी। चौबे ने कहा कि पटना के पारस हॉस्पिटल में माननीय मुख्यमंत्री जी के गांव कल्याणबीघा की एक मां का गैंगरेप हुआ।
उन्होंने कहा कि भले आज पीड़ित के परिजन असप्ताल के गुंडागर्दी की वजह से कुछ बोल नहीं रहे, लेकिन पूर्व में वायरल वीडियो और ऑडियो के अनुसार पीड़ित के साथ गलत काम हुआ है, इसलिए जन अधिकार महिला परिषद इस मामले की न्यायिक जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में कराने की मांग करती है और साथ ही जन अधिकार पार्टी पारस अस्पताल पर अपने स्तर से इस मामले में मुकदमा दर्ज करायेगी। उन्होंने कहा कि पारस में जिस तरह की गतिविधियां हो रही है, वो संदिग्ध है। इसलिए राज्य सरकार को अपने स्तर से इस अस्पताल के करतूतों को उजागर कर कार्रवाई करनी चाहिए।
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह व राजेश रंजन पप्पू, महिला अध्यक्ष रानी चौबे सचितानन्द यादव मौजूद रहे।