परागण के लिए रखी गई इतालवी मधुमक्खियां तापमान में बेमौसम गिरावट के बाद मर गईं।  फोटोः रोहित पाराशर


केंद्र ने एक वर्ष से अधिक समय से ग्रामीण रोजगार योजना के लिए राज्य के धन को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे कई ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति खतरे में पड़ गई है


फोटोः हिमांशु निटनवारे/सीएसई

गटर, चावल से मछली पर जीवित रहना: पश्चिम बंगाल के मजदूरों को मनरेगा फंड पर केंद्रीय रोक का खामियाजा भुगतना पड़ता है


डीटीई की ग्राउंड रिपोर्ट में पाया गया है कि वेतन लंबित है और एक साल से अधिक समय से काम नहीं हो रहा है, जिससे श्रमिकों के लिए जीवित रहना मुश्किल हो गया है
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