सोच इक शुरुआत है बदलाव की
बात गलत होती नही बदलाव की

सबकुछ होता नही है इक रात में
करता है हर कोई बात बदलाव की

कुछ अच्छे बुरे दौर से गुजरा तब
बात मुक्कमल हुई बदलाव की

कुछ वक्त ,उम्र, परिस्थितियां मिले
तब होती है सरुआत बदलाव की

कुछ को फल कुछ को मिले कांटे
जरूरी नही हर पल बात बदलाव की

सोच इक सरुअत है बदलाव की
बात गलत होती नही बदलाव की

By Dharmendra Nareshbhai Barot

Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद धर्मेन्द्र नतेश भाई बरोत Abhi Kuwait मे KNPC नामक कम्पनी मे as a field operator कार्यरत है, साहित्य से इनका जुड़ाव आपको इनके Instagram के handel पर देखने को मिलेगा , धर्मेन्द्र काम के साथ साथ ख्याल भी लिखते हैं और शेरो सायरी की भी रूचि रखते हैं , धर्मेन्द्र ने कई मुशायरो मे भी सिरकत किया है , इनका साहित्य कौशल और ख्याल लेखन मे एक चुम्बकीये आकर्षण है जो अन्यास ही आपको अपनी ओर खीच लेगा Instagraam:- @dham_barot85 पर इनके वीडियोज वायरल है सुनिए और सुनिआइये |

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