हीरोपंथी 2 क्यों नहीं देखना चाहिए !
और क्यों देखना चाहिए ?
क्या सोच कर यह फिल्म बनाई गई ? की गब्बर खुस होगा ! समय की बर्बादी पैसो की बर्बादी अरे भाई इतना वाहियात तो Tube लाइट भी नहीं था ।
फिल्म की शुरुआत नवाजुद्दीन सिद्द्की एक स्टेज शो मे जादू के साथ शुरू करते हैं ! फिल्म के विलेन को स्ट्रींग थमा दिया गया वा जी वाह ! फिल्म कब फ़्लैश बैक मे जाती है कब वापस आ रही है पता ही नहीं चलता जितनी घटिया स्टोरी उससे ज्यादा घटिया स्क्रीनप्ले , इस फिल्म को समझने के लिए और समीक्षा लिखने के लिए मुझे तीन बार टिकट कटा कर सिनेमा हाल जाना पारा लेकिन बार बार मल्टिप्लेसस मे नींद आ जाती थी , लेकिन भाई ईद पर सिनेमा आई तो देखना तो पड़ेगा 4 थी बार किसी तरह इस फिल्म को देख कर समीक्षा लिखने बैठा हु क्योंकि फ़ालतू बात मेरे दिमाग मे ज्यादा समय तक रहता नहीं इसलिए सोचा लिख ही डालें तो मित्रो भर भर कर एक्शन परोसा गया है और वो भी जबरदस्ती का फिल्म की कहानी हैकिंग पर आधारित है नवाज उद्दीन सिद्द्की भारत के सभी बैंको से पैसा निकाल लेना चाहते हैं और उसी को टाइगर श्रॉफ पता नहीं रॉ का अफसर या कौन सा अफसर कभी टाइगर को सलमान बनाने की कोसिस की जा रही है कभी रजनीकांत लेकिन वो कुछ भी नहीं बन पाएं सिर्फ एक वाहियात फिल्म का हिस्सा बन कर रह गए ।
फिल्म मे कोई क्लाइमेक्स नहीं है ओवरआल पैसा अगर आपके पास ज्यादा है और समय भी बहुत ज्यादा है या फिर गर्ल फ्रेंड के साथ टाइम स्पेंट करने के लिए oyo रूम्स का पैसा नहीं है फिर यह फिल्म आपके लिए है , बाद बांकी कहानी यही है की पहले नवाज के साथ टाइगर हैकिंग मे साथ देते हैं लेकिन उनके हैकिंग के कारण एक लेडी का घर उजर जाता है तो वो भारत सरकार के पता नहीं रॉ या पता नहीं किस एजेंसी मे काम कर रहें खान के कहने पर टाइगर ने नवाज के हैकिंग के पूरे सिस्टम को बर्बाद कर डाला और उसके एवज मे खान ने टाइगर श्रॉफ को किसी दूसरे देश मे नई पहचान दिया मगर फिर नवाज और उनके साथी वहां पहुंच जाते हैं और अकेले ही टाइगर उन सब से भीड़ कर जित जाते हैं अरे भाई छोड़िये इस फिल्म को मेरी और से पांच मे से 0 स्टार हम तो अपना दिमाग खराब करवा लिए हैं आप देख कर बताइये हम सच बोल रहें हैं या झूठ ,