मणिपुर-असम-सीमा-पर-असम-राइफल्स-को-बड़ी-सफलता-12-किलो-के-दो-शक्तिशाली-IED-बरामद

📍 इम्फाल, 6 अक्टूबर 2025 | रिपोर्ट: Aware News 24

खुफिया इनपुट पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, असम राइफल्स के जवानों ने मणिपुर-असम सीमा के पास एक बड़े विस्फोटक खतरे को टाल दिया। रविवार (5 अक्टूबर, 2025) को हुए इस सर्च ऑपरेशन के दौरान मखा बस्ती क्षेत्र से दो शक्तिशाली IED बरामद किए गए, जिनका वजन करीब 12 किलोग्राम बताया गया है।

🔹 ऑपरेशन की जानकारी

सूत्रों के अनुसार, असम राइफल्स ने यह कार्रवाई खुफिया एजेंसियों से मिले विशेष इनपुट के आधार पर की थी। मणिपुर के जिरिबम जिले और असम के कछार जिले की सीमा के पास स्थित मखा बस्ती में जवानों ने तलाशी अभियान चलाया, जिसमें उन्हें तीन इलेक्ट्रिक पावर स्रोतों से युक्त दो भारी IED मिले। साथ ही 12 मीटर लंबा डेटोनेशन कॉर्ड भी बरामद किया गया।

🔹 बम निपटान दस्ते की कार्रवाई

IED मिलने की सूचना पर तुरंत बम निपटान दस्ते को मौके पर बुलाया गया। दस्ते ने मौके पर ही विस्फोटकों को सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय (डिफ्यूज) कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि समय रहते कार्रवाई नहीं की जाती तो यह विस्फोट आसपास के क्षेत्रों में बड़ा नुकसान पहुंचा सकता था।

🔹 संभावित साजिश की जांच जारी

फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि इन IEDs को क्षेत्र में कौन और किस उद्देश्य से रखा गया था। मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से बढ़ती अस्थिरता और सीमा क्षेत्रों में सक्रिय उग्रवादी गतिविधियों के मद्देनजर यह बरामदगी सुरक्षा तंत्र के लिए एक अहम संकेत मानी जा रही है।

🔹 पुलिस की पुष्टि

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,

“तीन इलेक्ट्रिक पावर स्रोतों के साथ 12 किलोग्राम वजन वाले दो IED और 12 मीटर का डेटोनेशन कॉर्ड बरामद किया गया। बम निपटान दस्ते ने इन्हें सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया है।”

🔹 क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाई गई

घटना के बाद से जिरिबम और कछार जिलों की सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा बलों ने आसपास के गांवों में भी तलाशी अभियान तेज कर दिया है ताकि किसी संभावित खतरे को पहले ही निष्क्रिय किया जा सके।


🧭 निष्कर्ष

असम राइफल्स की यह कार्रवाई न केवल सतर्कता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पूर्वोत्तर में आतंकवाद और उग्रवाद की चुनौतियाँ अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं। सवाल यह है कि लगातार चल रही निगरानी और खुफिया तंत्र के बावजूद इन जैसे विस्फोटक उपकरण सीमा क्षेत्रों तक कैसे पहुँच रहे हैं? क्या स्थानीय नेटवर्क अब भी सक्रिय हैं? यह जांच का विषय है।

By Aware News 24

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