📍 नई दिल्ली | बुधवार, 2 जुलाई 2025
✍ विशेष संवाददाता
पश्चिम अफ्रीकी देश माली में आतंकवादी गतिविधियों के बीच तीन भारतीय नागरिकों के अपहरण की खबर सामने आई है, जिसे लेकर भारत सरकार ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने माली सरकार से अपहृत भारतीयों की सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने हेतु तत्काल प्रभाव से आवश्यक कदम उठाने की अपील की है।
🔴 घटना का विवरण
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, यह घटना 1 जुलाई 2025 को घटी, जब डायमंड सीमेंट फैक्ट्री, कायस में कार्यरत तीन भारतीयों को सशस्त्र हमलावरों ने जबरन अपहृत कर लिया। यह हमला फैक्ट्री परिसर पर समन्वित तरीके से किया गया।
अब तक किसी भी संगठन ने इस अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, अल-कायदा से संबद्ध “Jama’at Nusrat al-Islam wal-Muslimin” (JNIM) ने उसी दिन माली में किए गए कई संगठित आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है।
🇮🇳 भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है:
“भारत सरकार इस निंदनीय हिंसा की घोर भर्त्सना करती है और माली गणराज्य से अपहृत भारतीय नागरिकों की सुरक्षित एवं शीघ्र रिहाई के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध करती है।”
MEA के अनुसार, माली की राजधानी बामाको स्थित भारतीय दूतावास स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा एजेंसियों और संबंधित फैक्ट्री प्रबंधन के साथ निरंतर संपर्क में है। साथ ही, दूतावास अपहृत नागरिकों के परिजनों के संपर्क में भी है।
🛡️ सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश
मंत्रालय ने वर्तमान में माली में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने, सतर्क रहने तथा बामाको स्थित दूतावास से संपर्क में रहने की सलाह दी है। साथ ही, मंत्रालय ने यह भी आश्वासन दिया कि वह अपहृत नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
🔎 स्थिति पर सतत निगरानी
MEA ने स्पष्ट किया है कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत रूप से इस पूरे घटनाक्रम पर निगरानी बनाए हुए हैं और सभी संभावित कूटनीतिक, सुरक्षा और रणनीतिक चैनलों के माध्यम से कार्यवाही की जा रही है।
📌 मुख्य बिंदु संक्षेप में:
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1 जुलाई को माली के कायस क्षेत्र में डायमंड सीमेंट फैक्ट्री से 3 भारतीयों का अपहरण।
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हमलावरों ने फैक्ट्री पर सशस्त्र हमला कर किया अपहरण।
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MEA ने माली सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की।
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भारतीय दूतावास परिवारों और सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क में।
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भारत सरकार स्थिति पर बारीकी से नज़र बनाए हुए है।