मोदी जी का राज्यसभा भाषण आपने सुन लिया होगा। उन्होंने आन्दोलनजीवी जमातों को अपने भाषण में जमकर लपेटा। भगवद्गीता के दूसरे अध्याय (41 वें श्लोक) में “व्यवसायत्मिका बुद्धि” की बात आती है। प्रधानमंत्री मोदी तय कैसे इतने हो-हल्ले, हंगामे के वबजूद बिना एकाग्रता खोये अपना भाषण पूरा कर पाए, इससे ऐसा संबंध श्लोक (भगवद् गीता 2.41, 9.30) से है। आइए देखें मोदी जी का भाषण, आन्दोलनजीवी और भगवद्गीता कैसे संबंधित हैं? गीतयन ।। गीतायन – https://amzn.to/3mp9zMZ /
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