समलैंगिक विवाह का प्रावधान ही भारत के कानून में नहीं है। फिर भी वो विवाह भारतीयों के रीति-रिवाजों के रूप में करवाचौथ ही मनाएंगे और उनसे किसी दूसरे-तीसरे के नागरिक (हिन्दू) को आपत्ति है, तो उनसे मतभेद किसे पक्षपात है! #KarwaChauth #karwachauthspecial #SmallTalk छोटी सी बात
