पटना के पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में गुरु प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव जाति जनगणना के संदर्भ में लगातार कह रहे हैं कि पषु-पक्षी, वृक्ष, पौधे और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की गणना होती आ रही है। उन्होंने पूछा कि क्या तेजस्वी यादव की दृष्टि में पषु पक्षी और दलित जनजाति एक समान है? आज भारतीय जनता पार्टी पटना प्रदेष कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरू प्रकाश पासवान प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से अपने इस सतही बयान पर पुनर्विचार करने और अतिशीघ्र क्षमा मांगने की मांग की।

उन्होंने कहा कि राजद नेता की इस ओछी टिप्पणी से बिहार के 20 प्रतिषत से अधिक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समाज के लोगों के भावनाओं को ठेस पहुंची है। राष्ट्रीय जनता दल की सांगठनिक सोच गैरदलित शुरू से रही है। चाहे बथानी टोला, सेनारी और बारा नरसंहार का विषय हो या 1990 में रामसुंदर दास को मुख्यमंत्री बनने से रोकने का प्रयास हो । लगातार राष्ट्रीय जनता दल ने यह सुनिश्चित किया है कि हाशिये के समाज को सम्मान और शासन-प्रशासन में भागीदारी और प्रतिनिधित्व नहीं मिले।

गुरु प्रकाश ने कहा कि समाजिक न्याय के नाम पर राजनीति करने वाले ऐसे राजनैतिक संगठनों ने सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार का कल्याण किया है। चार्टर हवाई जहाज में बैठकर अपना जन्म दिन का केक काटने वाले जब गरीब कल्याण की बात करते
हैं तो उनका पाखंड और स्पष्ट हो जाता है। इस सतही टिप्पणी के बाद अगर तेजस्वी यादव ने इस बयान पर दलित समाज से माफी नहीं मांगी तो पूरे बिहार में दलित समाज अपने अस्मिता के अपमान का विरोध करने के लिए आंदोलन करने से भी नहीं हिचकेगा।

प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता संतोष पाठक, प्रदेश मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट , राकेश कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

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