📍 कोलकाता | बुधवार, 2 जुलाई 2025
✍ Aware News 24 डेस्क रिपोर्ट
📌 क्या है मामला?
दक्षिण कोलकाता के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में 25 जून, 2025 को प्रथम वर्ष की एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के आरोप ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। आरोप है कि एक पूर्व छात्र मिश्रा ने कॉलेज परिसर के एक सुरक्षा गार्ड रूम में छात्रा के साथ बलात्कार किया, और इस वारदात में वरिष्ठ छात्र ज़िब अहमद और प्रामित मुखर्जी की भूमिका भी संदिग्ध है।
यह मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन ने मंगलवार (1 जुलाई, 2025) से कॉलेज को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया है।
🕵️♀️ जांच में अब तक क्या-क्या हुआ है?
कोलकाता पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की प्रारंभिक जांच के बाद अब यह मामला कोलकाता पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (DD) को सौंप दिया गया है। पुलिस के अनुसार:
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तीनों आरोपियों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन की जांच की जा रही है।
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उनकी गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए मोबाइल टावर डंप डेटा का उपयोग किया जा रहा है।
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यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि गिरफ्तारी से पहले आरोपियों ने किनसे मुलाकात की।
जांच अधिकारी ने बताया,
“ये तीनों छात्र लॉ के छात्र हैं, इसलिए पूछताछ में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ये विरोधाभासी बयान दे रहे हैं।”
📞 क्या मोबाइल डेटा कुछ और कहता है?
26 जून की शाम को बल्लीगंज स्टेशन रोड और फर्न प्लेस के आसपास इन तीनों की मोबाइल लोकेशन ट्रैक की गई है। इससे पुलिस को यह संदेह है कि आरोपितों ने सबूत मिटाने या किसी अन्य मदद की तलाश में किसी से संपर्क किया हो सकता है।
👩🏫 कॉलेज प्रबंधन से भी पूछताछ
कॉलेज की उप-प्राचार्या डॉ. नायना चटर्जी से भी पूछताछ की गई है, क्योंकि उन्होंने 26 जून को आरोपी मिश्रा से फोन पर बातचीत की थी। पुलिस जानना चाहती है कि यह बातचीत किस संदर्भ में थी और क्या कोई दबाव या मिलीभगत थी।
🛏️ फॉरेंसिक साक्ष्य का क्या हुआ?
पुलिस ने उस गार्ड रूम से एक बेडशीट जब्त की है जिस पर संभावित दाग मिले हैं। इसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि घटना में शारीरिक संपर्क की पुष्टि होती है या नहीं।
🧾 नए आरोप जोड़े गए हैं:
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अपहरण
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खतरनाक हथियारों से नुकसान पहुंचाना
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मानसिक उत्पीड़न
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साजिश रचना
इन सभी आरोपों को आईपीसी (Indian Penal Code) की कठोर धाराओं में जोड़ा गया है, जिससे केस अब और अधिक गंभीर हो गया है।
👨👧👧 पीड़िता के पिता का भावुक बयान
बुधवार को पीड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“हमें कोलकाता पुलिस पर पूरा भरोसा है। हम चाहते हैं कि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि किसी और बेटी के साथ ऐसा न हो।”
📚 कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण:
यह मामला केवल एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। यह घटना स्पष्ट करती है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में भी अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं और प्रशासन की लापरवाही किस स्तर तक पहुँच चुकी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला, तो छात्रों में भय और असंतोष का माहौल पैदा हो सकता है।
🧠 निष्कर्ष (Conclusion):
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप कांड केवल एक छात्रा के साथ हुई क्रूरता नहीं है, बल्कि यह एक सिस्टम की विफलता और प्रशासन की गंभीर चूक का उदाहरण है। पुलिस जांच में तेजी ला रही है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि दोषियों को शीघ्र और कठोर सजा मिले। पीड़िता और उसके परिवार को न्याय तभी मिलेगा जब समाज अपराधियों को बर्दाश्त न करे, और संस्थान अपनी जिम्मेदारियों को समझें।