नासा ने बताया है कि IXPE सैटेलाइट को 9 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया था। इसकी मदद से क्रैब नेबुला पर जो जानकारी मिली है, उससे क्रैब के अंदरुनी स्ट्रक्चर का और पता चल सकता है। डेटा से पता चला है कि नेबुला का चुंबकीय क्षेत्र वेला पल्सर विंड नेबुला (Vela Pulsar Wind Nebula) से मिलता जुलता है। यह डोनट के आकार का है। क्रैब नेबुला को लेकर रिसर्चर्स ने पाया है कि इससे हाई-एनर्जी गामा रे यानी किरणें निकल रही हैं। IXPE सैटेलाइट ने जिस तरह के रिजल्ट पेश किए हैं, उससे रिसर्चर्स के लिए क्रैब नेबुला और पल्सर दोनों को इन्वेस्टिगेट करना मुमकिन हो गया है। क्रैब नेबुला से जुड़े निष्कर्ष नेचर एस्ट्रोनॉमी में पब्लिश हुए थे। ये अभी प्रीप्रिंट पर उपलब्ध हैं।
नेबुला को तस्वीरों में कैद करना हमेशा से वैज्ञानिकों का एक मकसद रहा है। बीते साल ‘जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप’ (James Webb Space Telescope) ने टारेंटयुला नेबुला (Tarantula Nebula) की एक इमेज को कैप्चर किया था। इस नेबुला को ‘30 डोरैडस’ भी कहा जाता है, जो तारों की नर्सरी है। लार्ज मैगेलैनिक क्लाउड आकाशगंगा में 161,000 प्रकाश-वर्ष दूर, टारेंटयुला नेबुला सबसे बड़ा और चमकीला तारा-निर्माण क्षेत्र है। यह आकाशगंगा हमारी मिल्की-वे के करीब है। नासा के अनुसार यह अब तक खोजे गए सबसे गर्म और बड़े तारों का घर भी है।
टारेंटयुला नेबुला इसलिए भी अहम है, क्योंकि हमारी आकाशगंगा के विपरीत यहां बहुत तेजी से नए तारों का निर्माण हो रहा है। नासा के मुताबिक यह इलाका हमारी आकाशगंगा के करीब है, इसलिए ब्रह्मांड के अतीत के बारे में और जानने में हमारी मदद करने के लिए इसका विस्तार से अध्ययन करना आसान है।
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