जनसुराज ने ये लिस्ट जारी की जब अपराधिक छवि वाले कैंडिडेट की चर्चा होने लगी तब पार्टी ने आनन फानन में लिस्ट फेसबुक पर लगा दिया है C7 फॉर्म के साथ वही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लिस्ट इंतनी साफ़ नही है अब जो पार्टी दागियो को टिकट न देने की बात कर रही थी उन्होंने आम जनता का हवाला देते हुए कहा है की वहां के लोगो का डिमांड था इसलिए टिकट दिया गया है।
बड़ा सवाल ये बनता है की क्या कोई व्यक्ति आत्महत्या करना चाहता हो तो हम उसे बचायेंगे या फिर जहर की पुडिया दे देंगे स्वयम विचार कीजियेगा
ECI का Form C7 क्या है?
Form C7, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है, जिसका उपयोग राजनीतिक दल उन उम्मीदवारों की जानकारी प्रकाशित करने के लिए करते हैं जिन पर आपराधिक मामले लंबित हैं।
यह मतदाताओं के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों के लिए अनिवार्य घोषणा पत्र है — ताकि जनता को उम्मीदवारों के आपराधिक पृष्ठभूमि की पारदर्शी जानकारी मिल सके।
Form C7 का उद्देश्य
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद, निर्वाचन आयोग ने यह सुनिश्चित किया कि हर राजनीतिक दल अपने आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की जानकारी सार्वजनिक करे। इसके तहत दलों को Form C7 में यह बताना आवश्यक है:
-
चयन का कारण:
पार्टी को यह स्पष्ट करना होता है कि उसने स्वच्छ छवि वाले उम्मीदवारों के बजाय आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को क्यों चुना।
कारण केवल “जीतने की संभावना” (winnability) नहीं होना चाहिए, बल्कि उम्मीदवार की योग्यता, योगदान या उपलब्धियों से जुड़ा होना चाहिए। -
आपराधिक मामलों की जानकारी:
लंबित मामलों का पूरा विवरण — जैसे अपराध की प्रकृति, केस नंबर आदि — बताना जरूरी है। -
सार्वजनिक प्रकाशन (Publicity):
पार्टी को यह जानकारी अखबारों, अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित करनी होती है।
Form C7 कहाँ देखें?
चुनाव के समय ये फॉर्म राजनीतिक दलों की वेबसाइट पर प्रकाशित होते हैं। उदाहरण के लिए:
-
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (inc.in)
-
भारतीय जनता पार्टी (bjp.org)
ने पिछले चुनावों में अपने Form C7 सार्वजनिक किए थे।
इसके अलावा,
-
Association for Democratic Reforms (ADR) इन फॉर्म्स का संकलन व विश्लेषण करती है और अपने प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराती है।
-
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) की वेबसाइटों पर भी ये जानकारी और परिपत्र उपलब्ध होते हैं।
